जैन इरिगेशन कंपनी की ‘कृषि वानिकी और अन्य भूमि उपयोग’ (एएफओएलयू) परियोजना में भागीदारी के लिए आवाहन
23 मार्च को बड़ी हांडा हॉल, जैन हिल्स में विशेष बैठक का आयोजन
टीम आवाज मराठी जळगाव | 13-3- २०२4 | – जैन इरिगेशन सिस्टम्स लिमिटेड की कृषि, वानिकी और अन्य भूमि उपयोग (एएफओएलयू) परियोजना शुरू करने की योजना। यह परियोजना ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने, मिट्टी के जैविक कार्बन में सुधार करने और कृषि आय में वृद्धि करते हुए कृषि स्तर पर कार्बन पृथक्करण को सक्षम करने में मदद करेगी। इस महत्वपूर्ण परियोजना के बारे में जानकारी के लिए बड़ी हांडा हॉल, जैन हिल्स में। 23 मार्च 2024 को सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे के बीच एक बैठक निर्धारित है। इसमें सभी इच्छुक सहयोगियों, स्थानीय नागरिकों, डीलरों, आपूर्तिकर्ताओं, शैक्षणिक संस्थानों, पर्यावरण और कृषि नियामकों, गैर सरकारी संगठनों और हितधारकों से कंपनी की ओर से भाग लेने और योगदान देने का अनुरोध किया जाता है। अधिक जानकारी के लिए अतिन त्यागी (9422776824) इनसे 0257-2258011 (249) पर संपर्क करें। carbincredit@jains.com; यह ईमेलपर भी आप संपर्क करें।
परियोजना के पीछे जैन इरिगेशन का उद्देश्य उन किसानों को कार्बन क्रेडिट अर्जित करने में सक्षम बनाना है जो जलवायु स्मार्ट खेती प्रौद्योगिकियों और प्रथाओं को अपनाते हैं। यह कृषि पद्धतियों में जलवायु स्मार्ट कृषि प्रौद्योगिकियों के बारे में जागरूकता और कार्यान्वयन पर ध्यान केंद्रित करेगा। इससे कृषि के प्रति एक स्थायी और पर्यावरण के प्रति जागरूक दृष्टिकोण को बढ़ावा मिलेगा। इस परियोजना में जलवायु स्मार्ट खेती प्रौद्योगिकियों और प्रथाओं को शामिल किया जाएगा, जैसे ड्रिप सिंचाई, फर्टिगेशन, सौर पंप, पुनर्योजी कृषि पद्धतियां, कृषि वानिकी के साथ-साथ अच्छी कृषि पद्धतियां। इससे बंजर भूमि को भी उपजाऊ बनाने पर ध्यान दिया जाएगा। जैन इरिगेशन परियोजना का विकास एवं क्रियान्वयन अन्तर्राष्ट्रीय मानकों (कार्बन मार्केट स्टैण्डर्ड) की अनुशंसाओं के अनुरूप किया जायेगा।